Monday, March 23, 2009

क्या नहीं मिलता है यहाँ .....

दिल्ली में खरीदारी के लिए लोगों के पसंदीदा बाजारों में से एक है सरोजिनी नगर बाजार। एक तरफ रिबोक , केंटाबिल, एक्स कैलिबर और cotton काउंटी जैसे शोरुम तो दूसरी ओर सड़कों की पटरी पर सजी की दुकानें, हर आय वर्ग को आकर्षित करती हैं।
हर तरह के डिजाइन और साइज के कपड़ों के लिए प्रसिद्ध है यह बाजार। साथ ही साथ जूते- चप्पल, हेंड बैग, घरेलू उपयोग के सामान, कॉस्मेटिक की दुकान और तरह-तरह के खाने के स्टॉलों के कारण लोगों की खरीदारी के लिए पसंदीदा जगह है। खासकर रविवार को यहां की रौनक देखते ही बनती है। विदेशी पर्यटकों को भी यह एक अनुकूल माहौल देता है। नए से नए डिजाइन के कपड़े बड़े बुटिकों में आने से पहले यहां सस्ते दामों में उपल्ब्ध हो जाते हैं। लिवाइस, वेन हुसैन, गैप आदि कई मशहूर ब्रांडों के मामूली खराबी के कारण रिजेक्ट हुए कपड़े काफी कम दामों मे मिल जाते हैं। युवाओं का एक बड़ा वर्ग इन्ही के आकर्षण में यहां आता है।
इस बाजार की सबसे बड़ी खासियत तोल-मोल है। अगर आप तोल-मोल में अच्छे हैं तो आप 700 रुपये तक के कपड़े 300 में ले सकते हैं। लेकिन इसके अलावा कई रेड़ी वाले जींस, टॉप, स्वेटर, नाइट सूट और चप्पलों की अच्छी रेंज 100, 150, 200 जैसे फिक्स प्राइस पर भी सजाते हैं। इस बाजार में रेड़ी पर कपड़ें महज 35 रुपये में भी मिल सकते हैं और शोरुम में कीमत 4000 से 5000 तक भी पहुंचती है। दुकानों के अलावा घूम-घूम कर सजावटी सामान, धूप के चश्में, बेल्ट, रुमाल, मोजे आदि बेचते लोग खरीदारी की हर कमी को पूरी करते हैं। जगह-जगह लगे टिक्की, पकोड़े, स्वीट कार्न, मोमोज के स्थानीय बाजार के रुप में बनाया गया था। सरोजिनी नगर बाजार का यह आकर्षण नया नहीं है। दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में स्थित यह बाजार 1950 ई. में सरोजिनी नगर आवासीय colony के स्थानीय बाजार के रुप में बनाया गया था।1960 तक यह क्षेत्र विनय नगर के नाम से जाना जाता था। बाद में इसके चार भाग कर दिए गए-उत्तर में लक्ष्मीबाई नगर, दक्षिण में किदवई नगर, पूर्व में सरोजिनी नगर और पश्चिम में नेताजी नगर।सरोजिनी नगर बाजार मुख्यतः चार भाग में बंटा हैं- बाबू मार्केट, सब्जी मार्केट, मंदिरवाली ओर और सेंट्रल मार्केट। बाबू मार्केट बाजार के उत्तर पश्चिम कोने में है। यहां चार गलियां हैं जहां ज्यादातर कपड़े की दुकाने हैं। मार्केट का आकर्षण महिन्द्रा स्वीट्स है जो ’मुच्छल हलवाई की दुकान’ के नाम से प्रसिद्ध है क्योंकि इसकी शुरुआत करने वाले की काफी बड़ी मूंछें हुआ करती थीं। इसके अलावा लाला जी का कुर्ता पैजामा की दुकान, चाचा की साड़ी की दुकान, केवल की खिलौना दुकान और खुले में चलनेवाली नाई और चायवाले की दुकान अन्य लोकप्रिय दुकानें हैं। सरोजिनी नगर बाजार के दक्षिणी छोर पर सब्जी बाजार भी है। यहां का सबसे बड़ा आकर्षण सब्जीवालों की एक सुर में आवाज लगाने की कला है। इसके ठीक सामने से सेंट्रल मार्केट शुरु होता है जहां अल्पना ट्रेडर्स, कल्पना tredors , फर्नीचर हाउस आदि मशहूर दुकाने हैं। कोने की कपड़े की दुकान के ठीक बाहर ठेले पर टिक्की और कुल्फी बिकती है जो बाजार की सबसे भीड़ वाली जगह है।यहां दुकानें एक सीध में बनी हैं जिसके सामने हाल ही में फुटपाथ बनाया गया है, लेकिन यहां भी आधे दूर तक पटरीवालों की दुकाने ही फैली होती हैं। सेंट्रल मार्केट का जो हिस्सा हनुमान मंदिर की ओर खुलता है वह jon प्लेयर, चार्ली आउटला, टी.एन.जी. और cotton काउंटी जैसे सस्ते ब्रान्डों के लिए लोकप्रिय है ।

1 comment:

  1. बहुत बहुत धन्यवाद सरोजनी नगर बाजार का चौहद्दी बताने के लिये। इसे पढ़ने के बाद शायद ही कोई वहां का रास्ता भूलेगा...

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