Thursday, December 21, 2017

भाषण की सरकार

जनता को सरकार से बहुत आस है
देश का प्रधानमंत्री भाषण देने में पास है
भूख लगे तो रोटी,चावल की जगह चाय से काम चला लेना
और पेट भर जाए तो हिन्दी न्यूज चैनल लगा लेना
टी.वी पर मोदी जी का भाषण ही आएगा
और भाषण से ही आपके बच्चों का पेट भर जाएगा
नौकरी तो मिली नहीं लड़का एम.ए. पास है
जनता को सरकार से बहुत आस है
देश का प्रधानमंत्री भाषण देने में पास है
हिमाचल और गुजरात से विजयी होकर आ गए
टेलीविजन, न्यूजपेपर, फेसबुक पर छा गए
घोटाले का नाम लेकर गद्दी भी पा गए
2G के सभी आरोपी बरी होकर आ गए
जनता को सरकार से बहुत आस  है
देश का प्रधानमंत्री भाषण  देने में पास है


दोनों के होठ लाल है

सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है
झील सी आंखे काली-काली, लम्बे उसके बाल है
नयनो से वो घायल करती, हिरणी जैसी चाल है
सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है

बातो से वो मिश्री घोले, मुह खोले हौले से बोले
देख के उनकी भरी जवानी, विश्वामित्र का आसन डोले
सूरत उनकी भोली भाली, दोनों लगती कमाल है
सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है

जवां दिलो की धरकन हैं वो अधरो पे मुस्कान है
फूल कलियां, यौवन मस्ती
यही उनकी पहचान है
जोबन उसके होश उड़ाए, दोनों अपनी माल है
सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है

गली-गली में चर्चे उसके, हर जुबान पे उसका नाम
आशिक उसके आहे भरते, उसके पीछे सब बदनाम है
देख के उसकी भरी जवानी, हर भौरा बेहाल है
सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है



Tuesday, December 12, 2017

चप्पल भी खुशनसीब है

सबका अपना-अपना नसीब है
चप्पल भी खुशनसीब है
यह कन्या के गोरे नरम पाँव में आता है
और अपने भाग्य पर इठलाता है
हँसता है,गाता है और सुंदर पाजेब देख
मंद-मंद मुस्काता है।
राह में आए हर चोट हर दर्द को पीता है
कदमों में रहकर भी शान से जीता है
बदहाली में रहता है फिर भी फक्र से कहता है
क्या बढिया तकदीर है।
सबका अपना-अपना नसीब है
चप्पल भी खुशनसीब है
आधुनिक फैशन से नाता जोड़ लिया है
मोची के घर का रास्ता छोड़ दिया है
पुरानी खड़ाऊ वाली परम्परा को तोड़ दिया है
तभी आज यह हर दिल के करीब है
सबका अपना-अपना नसीब है
चप्पल भी खुशनसीब है