इस दौर ने हमें बहुत कुछ सीखा दिया...
जो सालों से परदेश थे
उन्हें घर का रास्ता दिखा दिया
जिन्हे काम से बिल्कुल फुरसत ना थी
उन्हें घर बिठा दिया
जो घर में टिकते ना थे पलभर
उन्हें डर ने शांत लिटा दिया
जिन्हे सिर्फ मतलब था कमाने से
उन्हें घरेलू काम भी सीखा दिया।
इस दौर ने हमें बहुत कुछ सीखा दिया...
जो भूल चुके थे स्वस्थ रहने का तरीका
उन्हें जीने का सलीका सीखा दिया
जो फंसे थे महानगरों में मोह में
उन्हें गांव की गलियों ने वापस बुला लिया
जो सालों से परदेश थे
उन्हें घर का रास्ता दिखा दिया
जिन्हे काम से बिल्कुल फुरसत ना थी
उन्हें घर बिठा दिया
जो घर में टिकते ना थे पलभर
उन्हें डर ने शांत लिटा दिया
जिन्हे सिर्फ मतलब था कमाने से
उन्हें घरेलू काम भी सीखा दिया।
इस दौर ने हमें बहुत कुछ सीखा दिया...
जो भूल चुके थे स्वस्थ रहने का तरीका
उन्हें जीने का सलीका सीखा दिया
जो फंसे थे महानगरों में मोह में
उन्हें गांव की गलियों ने वापस बुला लिया
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