Friday, November 28, 2008

एक खबर ऐसी भी....

दुनिया परिवर्तनशील है, पल – पल कुछ न कुछ बदलता रहता है। विगत कुछ दिनों में पत्रकारिता के क्षेत्र में कई परिवर्तन हुये हैं। इस परिवर्तन से संबंधित एक काल्पनिक समाचार है जिसे मिश्राजी ने लिखा है। यह समाचार दिल्ली विधानसभा चुनाव से संबंधित है। वह समाचार इस प्रकार है...
उत्तम नगर विधानसभा क्षेत्र से लौटकर
मिश्राजी
दिल्ली के सीमांत इलाके द्वारका और नजफगढ़ के बीचों बीच स्थित है उत्तमनगर। नई दिल्ली मेट्रो स्टेशन से महज 50 मिनट दूर। ये क्षेत्र इन दिनों चुनावी रणस्थली में तब्दील हो गयी है। सर्दी का मौसम और चुनाव का गरमाहट। जनता अपने वोट और प्रत्यासी के लिये सजग। सजगता की इस सीमा को आठ दिसम्बर का बेसब्री से इंतजार। चुनाव के इस गरमाहट को भांपने मैं पहुंचा इस इलाके में। रुट नं 764 की बस जो नजफगढ़ से नेहरु प्लेस तक जाती है। इसी से शुरु हुई हमारे चुनावी सफर की शुरुआत।
अपनी आदत से मजबूर होकर मैं चाय की एक दुकान पर पहुंचा। चा, की चुस्की के साथ जब मैं सिगरेट के धुऐं का छल्ला उड़ा रहा था तब दुकानदार बाकी ग्राहकों से निबट रहा था। एक आम आदमी की बेतकल्लुफी देख मैने उससे पूछा कि कौन सी पार्टी लीड कर रही है। एक दूसरा ग्राहक उम्र पैंतीस से चालीस साल, चेहरे पर झुर्रियां, मुझे घूरा और पलटवार किया कि कैसी जीत – किसकी जीत, हमें क्या मतलब। इसके बाद एकदम से बची चाय अपने उदर में उलेड़कर मैं वहां से चलता बना। अब अपना अगला पड़ाव था मोहन गार्डन वार्ड जिस पर भाजपा का कब्जा है। प्रवासियों की मजबूत स्थिति, बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों की बहुतायात। हाल तक अविकसित यह क्षेत्र अब भी बुनियादी सुविधाओं से जूझ रहा है। पर कांग्रेस के वर्तमान विधायक के विकास कार्यों की एक लंबी श्रृंखला है। लोग कांग्रेस से खुश और एक टर्म देने के मूड में लगते हैं। तीन और वार्ड है उत्तम नगर में नवादा, उत्तम नगर और विन्दापुर। कमोबेश सबकी समस्याएं एक जैसी। पर पानी की उपलब्धता की गंभीर कमी। उत्तम नगर वार्ड में एक स्कूल के करीब मोहल्ले में एक तरफ पानी का टैंकर खड़ा है। और साथ में अनगिनत लोगों की कतारें भी। सभी को पानी के लिये मारामारी। मारामारी को देखने के बाद एक भुक्तभोगी से पानी की उपलब्धता के बारे में पूछता हूं। दो – तीन दिन पर पानी का टैंकर आता है और यही पानी खाने – पीने में प्रयोग करता हूं। पानी की उपलब्धता पर ध्यान देना बहुत ही जरुरी है। आप जानते हैं। लोगों की मूलभूत समस्याओं के बारे में सर्वोपरी है पानी, टूटी सड़कें, पार्किंग की अनउपलब्धता और भी बहुत कुछ। पर विकास का काम जारी है। विश्वास नही होता है कि दस साल पहले और आज का यह उत्तम नगर क्षेत्र।
कांग्रेस के इस चुनाव का नारा विकास का क्रम टूटने न दे। लोगों पर मतदाताओं पर अपील कर रहा है क्योंकि आज जो कुछ भी है वो वर्तमान विधायक के कारण और कांग्रेसी सरकार के कारण ऐसा लोग आमतौर पर जाहिर करते हैं। कांग्रेस के दिग्गज मुकेश शर्मा इस बार भी ताल ठोक रहे हैं। और उनके सामने है भाजपा के युवा उम्मीदवार पवन शर्मा। बसपा ने भी ओमप्रकाश जैन को मैदान में उतारा है पर लोगों पर उतना प्रभाव दिखायी नही देता है। तीन – साढ़े तीन घंटे गुजारने के बाद सड़क पर एक बारात जैसी भीड़ आती दिखायी देती है। बैंड – बाजे के साथ निकट आने पर मालूम पड़ता है कि ये है कांग्रेस के उम्मीदवार। पर ये क्या खुली जिप्सी में वो बैठे है। और उनके एक पैर में पट्टी बंधा है। पूछने पर मालूम होता है कि कांग्रेस के उम्मीदवार का पैर टूट गया है। जिसके कारण वह अस्वस्थ्य है। पर जनता का आर्शीवाद लेने के लिये मैदान में है। हालांकि इनके चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी इनके बेटे अंकित और भतीजे राहुल ने संभाल रखी है।
क्षेत्र में कुल मिलाकर 168188 मतदाताओं के लिये पोलिंग स्टेशन की संख्या है 157 । मतदाताओं में प्रवासियों कि अधिकता के कारण उनके अपने मुद्दे भी महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। इस क्षेत्र का समीकरण है ब्राह्मण 11 फीसदी, ओबीसी 25 फीसदी, मुस्लिम 8 फीसदी एक बड़ी तादाद पंजाबी तथा जाटों का भी है 22 फीसदी व 16 फीसदी।
इस क्षेत्र में पूरा घूमने के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच ही आपसी लड़ाई देखने को मिल रही है। निर्दलीयों, बसपा और सपा वोट कटवों की भूमिका में रहेंगे। चार घंटे घूमने के बाद वापस मैं उसी चाय दुकान पर पहुंचता हूं। एक बाबाजी बगल में बैठकर निर्गुण गा रहे थे दिन दुनिया से बेखबर। और मेरे शरीर की तंद्रा और घूमने से मिली हुई थकावट को दूर कर रही थी अपनी लत। 764 डीटीसी आती दिख रही थी दौड़कर पकड़ी और खिड़की वाली सीट पकड़कर याद कर रहा था सारे सिलसिले को एक चलचित्र समान।

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