घोर अंधेरा, आंधी- पानी
घर में दुबके पड़े सब प्राणी
गरज गरज के बादल बरखे
रह रह कर बिजली भी चमके.
इस बिजली से डर लगता है
सबसे सुरक्षित घर लगता है
दुनिया भर में महामारी
बड़ी समस्या बेरोजगारी
घर की याद बहुत आती है
मां की बात अब याद आती है
घर में थोड़ा कम ही खाना
पर परदेस नहीं अब जाना.
(महामारी में मजदूरों का दर्द)
घर में दुबके पड़े सब प्राणी
गरज गरज के बादल बरखे
रह रह कर बिजली भी चमके.
इस बिजली से डर लगता है
सबसे सुरक्षित घर लगता है
दुनिया भर में महामारी
बड़ी समस्या बेरोजगारी
घर की याद बहुत आती है
मां की बात अब याद आती है
घर में थोड़ा कम ही खाना
पर परदेस नहीं अब जाना.
(महामारी में मजदूरों का दर्द)
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