Wednesday, January 27, 2010

हमारा भी योगदान है

हर साल कई लोग अपनी उपेक्षा का आरोप लगाते हुए भारत सरकार द्वारा दिए जाने वाले पुरस्कार को ठुकरा देते हैं। खेल, फिल्म, मीडिया और मुख्यधारा से जुड़े हुए लोग हमेशा लाइमलाइट में रहते हैं। इसीलिए, उनके द्वारा किए जाने वाले काम लोगों की नजरों में तुरंत आते हैं। लेकिन जो लोग इस लाइमलाइट से दूर हैं, उनके योगदान को अनदेखा नहीं किया जा सकता। मुजफ्फरपुर के जानकी वल्लभ शास्त्री जी की शिकायत पर गौर किया जाना चाहिए। देर से मिलने वाले पुरस्कार अपनी महत्ता खो देते हैं। सरकार को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पुरस्कार सही समय पर योग्य व्यक्तियों को मिल जाएं।


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