Thursday, January 21, 2010

बिहार : माहौल बदलने लगा है

बिहार की जब भी बात आती है तो एक बीमार और गरीब प्रदेश की छवि उभरती है। 2004 में नीतीश कुमार के सत्ता संभालने के बाद से यहां के लोगों में एक उम्मीद जगी कि शायद अब उन्हें जंगल राज से छुटकारा मिले। नीतीश कुमार ने जिस समय बिहार की सत्ता संभाली, तब बदहाली को छोड़कर वहाँ और कुछ न था। तब बिहार की आर्थिक विकास दर तीन प्रतिशत थी और आज बिहार की विकास दर 11.03 प्रतिशत है। यह गुजरात के विकास दर 11.05 प्रतिशत से थोड़ा ही कम है। जाहिर है, लोगों के जीवन-स्तर में कुछ तो सुधार आया ही है।

विपक्षी दल आरोप लगाते हैं कि सरकार ने कुछ नहीं किया। यह सब केन्द्र सरकार का पैसा है। क्या इससे पहले केन्द्र सरकार का पैसा नहीं था ? था, लेकिन उसका उपयोग नहीं हो पाता था। वह पैसा वापस केन्द्र सरकार को लौट जाता था। नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद कम-से-कम इतना तो हुआ है कि उस पैसे का सदुपयोग हो पाता है। बिहार का माहौल बदलने लगा है। वह दिन दूर नहीं जब बिहार भी देश के विकसित राज्यों में एक होगा।


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