Saturday, April 3, 2010

इस मंच का क्या करें




प्रिय दोस्तों !

आशा है आप सभी जहाँ भी हैं सकुशल हैं। पिछले कुछ वर्षों से संवाद के जरिये हम सब अपने को अभिव्यक्त करते रहें हैं। इसमें बुनियादी सूत्र आईआईएमसी रहा है। लेकिन आप सभी को पता होगा कि मै भौतिक रूप से आईआईएमसी में नहीं हूँ। हालाँकि इस परिवर्तन से आप सभी से लगाव में कोई फर्क पड़ा है ऐसा कत्तई नहीं है । परन्तु संवाद के परिचय में आईआईएमसी की कार्यशाला लिखकर चलाने में थोड़ी असुविधा लग रही है। क्योंकि आगामी बैच से मेरा सीधा वास्ता नहीं होगा ।

आप सभी की राय जानना चाहूँगा कि इस मंच का क्या करें ?

आप सभी के सुझाव का इंतजार रहेगा। उम्मीद है बातचीत से नयी राह मिलेगी ।

शुभकामनाओं सहित

संवाद

2 comments:

  1. मैं एक सुझाव देना चाहती हूं अगर हम कुछ प्रयास कर के मतलब लिंक आदि जोड़ कर इस प्लेटफार्म में दूसरे पत्रकारिता विश्वविद्यालयों यथा माखलनान और महात्मा गांधी.. वर्धा, जामिया मिलिया की प्रयोगिक पथिकाओं को जोड़ने की कोशिश करें तो इस मंच का व्यापक इस्तेमाल हो सकता है।

    साथ ही पत्रकारिताजगत के अन्य अनुभवी साथियों का, विशेषकर जो इन विश्वविद्यालयों में पढ़ातें हैं उन्हे इस ब्लॉग से जोड़ कर इसे पत्रकारिता जगत के व्यापक संवाद का मंच बनाएं तो अच्छा होगा। अगर ये सुझाव आप को अच्छा लगे तो मैं यथासंभव सहयोग देने के लिए तत्पर हूं।

    जया निगम

    ReplyDelete