मौत है पसरी दुनियाभर में
जीने में बड़ा लफड़ा है
सब साथ में मिलकर रहते थे
अब छूने में भी खतरा है।
कब, कहां, कौन जग छोड़ चले
ये बिल्कुल अबूझ पहेली है
जो खुद को सुपर कहते थे
वहां लाशों की अब ढेरी है।
रफ़्तार को ऐसी ब्रेक लगी
सब अपने घर में कैद हुए
हर मानव शक के घेरे में
अब अपने भी हैं गैर हुए।
आकाश कुमार 'मंजीत'
जीने में बड़ा लफड़ा है
सब साथ में मिलकर रहते थे
अब छूने में भी खतरा है।
कब, कहां, कौन जग छोड़ चले
ये बिल्कुल अबूझ पहेली है
जो खुद को सुपर कहते थे
वहां लाशों की अब ढेरी है।
रफ़्तार को ऐसी ब्रेक लगी
सब अपने घर में कैद हुए
हर मानव शक के घेरे में
अब अपने भी हैं गैर हुए।
आकाश कुमार 'मंजीत'
No comments:
Post a Comment