Thursday, December 21, 2017

दोनों के होठ लाल है

सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है
झील सी आंखे काली-काली, लम्बे उसके बाल है
नयनो से वो घायल करती, हिरणी जैसी चाल है
सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है

बातो से वो मिश्री घोले, मुह खोले हौले से बोले
देख के उनकी भरी जवानी, विश्वामित्र का आसन डोले
सूरत उनकी भोली भाली, दोनों लगती कमाल है
सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है

जवां दिलो की धरकन हैं वो अधरो पे मुस्कान है
फूल कलियां, यौवन मस्ती
यही उनकी पहचान है
जोबन उसके होश उड़ाए, दोनों अपनी माल है
सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है

गली-गली में चर्चे उसके, हर जुबान पे उसका नाम
आशिक उसके आहे भरते, उसके पीछे सब बदनाम है
देख के उसकी भरी जवानी, हर भौरा बेहाल है
सलमा और संजीला दोनों के होठ लाल है



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