Monday, January 11, 2010


मै आजकल बहुत ही दुखी हु ना जाने क्यूँ मेरा दिल थोडा परेशानरहता है मै हॉस्टल में रहती हू जब भी घर जाती हू वहां से आने का मन नहीं करता मम्मी की बहुत याद आती है .केकिन हॉस्टल में आना भी जरुरी था रोज रोज साउथ एक्स से आना थोडा परेशानी देता था .अब मुझे आने जाने की कोई परेशानी नहीं है.मेरा इनदिनों किसे से बात करने का मन नहीं करता .दिल करता है बस अकेले बैठी रहू.तन्हाई अब कुछ ज्यादा ही पसंद आती है .आजकल पढाई का भी बहुत टेंशन रहता है

No comments:

Post a Comment