मै आजकल बहुत ही दुखी हु ना जाने क्यूँ मेरा दिल थोडा परेशानरहता है मै हॉस्टल में रहती हू जब भी घर जाती हू वहां से आने का मन नहीं करता मम्मी की बहुत याद आती है .केकिन हॉस्टल में आना भी जरुरी था रोज रोज साउथ एक्स से आना थोडा परेशानी देता था .अब मुझे आने जाने की कोई परेशानी नहीं है.मेरा इनदिनों किसे से बात करने का मन नहीं करता .दिल करता है बस अकेले बैठी रहू.तन्हाई अब कुछ ज्यादा ही पसंद आती है .आजकल पढाई का भी बहुत टेंशन रहता है
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